चल जिंदगी अब तेरे हिसाब से जी लेते हैं कुछ ख़्वाहिशें छोड देते हैं... कुछ सपने बुन लेते हैं
शनिवार, 27 जून 2020
तन्हाई
हमने तेरे बिना जीना सीख लिया है
अब डर नहीं लगता कुछ खोने से
हम तन्हाई में ही खुश है
क्या फर्क पड़ता है तेरे होने या न होने से
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
नई पोस्ट
पुरानी पोस्ट
मुख्यपृष्ठ
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें