चल जिंदगी अब तेरे हिसाब से जी लेते हैं कुछ ख़्वाहिशें छोड देते हैं... कुछ सपने बुन लेते हैं
गुरुवार, 30 जुलाई 2020
इश्क़ में कुछ यूँ हो जाए
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ऐ खुदा, इश्क़ में कुछ यूँ हो जाए
तूं जुदा हो जाए
और मेरी नींदें हराम हो तेरे हिज़र में
तेरी हालत हो चातक सी
ओर मेरी हालत परवाने सी हो जाए
(चातक- एक ऐसा पक्षी जो
बारिश की पहली बूंद
की इंतजार में तड़प कर
अपनी जान दे देता है)
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