चल जिंदगी अब तेरे हिसाब से जी लेते हैं कुछ ख़्वाहिशें छोड देते हैं... कुछ सपने बुन लेते हैं
शुक्रवार, 31 जुलाई 2020
यादें
बेवज़ह बेवक़्त चली आती हैं यादें
सुकून-ए-दिल से इन्हें रंजिश हो जैसे
पप
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