चल जिंदगी अब तेरे हिसाब से जी लेते हैं कुछ ख़्वाहिशें छोड देते हैं... कुछ सपने बुन लेते हैं
रविवार, 16 अगस्त 2020
दो जहाँ के बीच
दो जहाँ के बीच फर्क सिर्फ एक सांस का है
चल रही तो यहाँ, रुक गई तो वहाँ
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